Friday, July 10, 2009

आज देखा मैंने
एक भिखारन को
अस्त व्यस्त
दिख रहा था
आँचल स्पष्ट
सोचने लगा
ये भी कोई
मार्केटिंग का
नया अंदाज है
या दिल्ली मे
कपड़े का अकाल है
रामानुज दुबे

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